जाफर ने कहा- द्रविड़ और लक्ष्मण जिस पहचान के हकदार थे, वह उन्हें नहीं मिली

भारत के लिए 31 टेस्ट खेल चुके वसीम जाफर ने कहा कि राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों को उनके करियर में वह पहचान नहीं मिली, जिसके वह हकदार थे। उन्होंने क्रिकेट वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। जाफर ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शुरू होने से युवाओं को मौका मिल रहा है। लेकिन इससे घरेलू क्रिकेट नजरअंदाज नहीं होना चाहिए। जो खिलाड़ी इसमें अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें उनका हक जरूर मिलना चाहिए। 


जाफर ने आगे कहा जब आप उन खिलाड़ियों (द्रविड़ और लक्ष्मण) के साथ टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं, तो पता चलता है कि वह कितने अहम थे। लेकिन आपको समय के साथ चलना होता है। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि वक्त जरूर बदल गया है। मुझे भी कई मौके मिले और मैं उनके करीब भी गया। लेकिन कमबैक कभी नहीं हो पाया। ऐसा कई खिलाड़ियों के साथ होता है। उन्हें लगता है कि उन्हें टीम में होना चाहिए। लेकिन आप मौके चूक जाते हैं। 


टी-20 क्रिकेट खेल की डिमांड : जाफर
इस पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने आगे कहा कि आप टी-20 क्रिकेट को नकार नहीं सकते, क्योंकि यह आज के खेल की डिमांड है। आप सिर्फ टेस्ट या टी-20 क्रिकेट ही नहीं खेल सकते हैं। आपको पहचान और इज्जत तभी मिलेगी, जब आप तीनों फॉर्मेट (वनडे, टेस्ट और वनडे) में फिट बैठेंगे। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि पुजारा को सम्मान नहीं मिलता। लेकिन यह भी तय है कि वे टेस्ट के अलावा किसी और फॉर्मेट में टीम का हिस्सा नहीं बन सकते। 


जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट खेले 
विदर्भ के इस बल्लेबाज ने बीते शनिवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया था। 42 साल के जाफर ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच अप्रैल 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कानपुर में खेला था। उन्होंने 260 फर्स्ट क्लास मैच में 50.67 की औसत से 19,410 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 57 शतक और 91 अर्धशतक लगाए। उन्होंने भारत के लिए 31 टेस्ट में 5 शतक और 11 फिफ्टी की बदौलत 1944 रन बनाए। उन्होंने भारत के लिए दो वनडे भी खेले।